रीपा से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिल रही मजबूती

छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती की ओर अग्रसर हैं। रीपा के तहत विभिन्न आजीविका मूलक गतिविधियों से जुड़कर ग्रामीण महिलाएं और युवाओं को आर्थिक लाभ प्राप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशानुरूप ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने और ग्रामीणों को गांव में ही रोजगार व स्व-रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने मुंगेली जिले के प्रत्येक विकासखंड के दो-दो रीपा का निर्माण किया गया है। जिसका अब अच्छा प्रतिसाद देखने को मिल रहा है।
रीपा द्वारा उत्पादित सामग्रियों का क्रय करने अब अन्य राज्य के निजी कम्पनी भी रूचि दिखा रहे हैं। बता दें कि पथरिया विकासखंड के ग्राम धरदेई में शासन की महत्वाकांक्षी योजना के तहत रीपा का निर्माण किया गया है। जहां श्री विष्णु बहुद्देशीय सहकारी समिति द्वारा आर. ओ. वाटर, चिक्की, पीनट एवं मिक्चर व आर्टिफिशियल ज्वेलरी का उत्पादन कार्य शुरू किया गया है। जिसका विगत दिनों राजस्थान की स्वीट्स कम्पनी की शाखा बिलासपुर की टीम ने अवलोकन किया और सामग्रियों की गुणवत्ता देखकर सराहना की। साथ ही सामग्रियों का क्रय व प्रशिक्षण हेतु ओएमयू करने में रूचि भी दिखाई।

महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा)
ग्राम धरदेई के रीपा में कार्यरत समूह की अध्यक्ष श्रीमती मधु बरगाह ने बताया कि नगर पंचायत सरगांव में 25 मार्च को आयोजित ‘‘भरोसे का सम्मेलन’’ कार्यक्रम में हमने 230 लीटर आरओ वाटर की बिक्री 3600 रूपए में की थी। अब तक रीपा में 4800 लीटर आर ओ वाटर का उत्पादन तथा 3200 लीटर आर. ओ. वाटर की बिक्री की जा चकी है। उन्होंने बताया कि उनके समूह द्वारा रीपा में किए जा रहे विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियों से अब तक 41 हजार 775 रूपए की आमदनी हुई है। इससे सभी महिलाएं काफी उत्साहित हैं। रीपा परिसर में सामुदायिक बाड़ी में विभिन्न प्रकार की सब्जी का उत्पादन एवं विक्रय किया जा रहा है।

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