शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन का लिया फीडबैक
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य हैं कि लोगों की आय में वृद्धि और सबकी समृद्धि है। हमने जो वादा किया था, उसे पूरा भी किया है। अल्पकालीन कृषि ऋण माफी योजना के तहत किसानों को कर्ज से मुक्ति और हाफ बिजली बिल योजना के तहत भारीभरकम बिजली बिल से राहत दी है। समर्थन मूल्य में धान की खरीदी के साथ राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य दिलाया है। उत्पाद का सही दाम मिलने से किसानों में समृद्धि आई है। राज्य में किसानों की संख्या, कृषि रकबा और धान का उत्पादन भी बढ़ा है। किसानों की संख्या लगभग 26 लाख हो गई है। इस खरीफ वर्ष में एक करोड़ 10 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का संभावित लक्ष्य है। साथ ही कृषि का रकबा 30 लाख हेक्टेयर हो गया है। किसान हितैषी योजनाओं से खेती-किसानी के प्रति लोगों का रूझान बढ़ा
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि आज भूमिहीन मजदूरों को सालाना 7 हजार दिया जा रहा है। राज्य में 65 प्रकार के लघुवनोपज की खरीदी की जा रही है। सभी का वैल्यू एडिशन कर रोजगार के साथ आमदनी में वृद्धि की जा रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों ,पुलिस, नर्स, सहित अन्य पदों पर भर्ती की गई है। सभी ब्लॉक के चिन्हित गौठान में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क लगाकर स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा और मार्केटिंग के साथ रोजगार का अवसर भी बढ़ा है। राजीव मितान क्लब के माध्यम से छत्तीसगढ़ की संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ स्थानीय खेलकूद, शासन की योजनाओं की जानकारी लोगों को दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने भेंट मुलाकात में राज्य शासन की प्रमुख जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ग्रामीणों से ली। इस दौरान ग्राम मुक्ता के किसान श्री गजानंद गबेल ने बताया कि उनका ढाई लाख रुपये का कृषि ऋण माफ हुआ है। उन्होंने समर्थन मूल्य में धान की बिक्री किया। उनका 20 एकड़ कृषि भूमि है, जिसमे खेती करता है और धान बेचने से राजीव गांधी किसान न्याय योजना से हुई आमदनी से पौने दो एकड़ खेत खरीदने के साथ अपनी पत्नी के लिए भी सामान खरीदा है। ग्राम चिखली निवासी किसान भगत राम चन्द्रा ने मुख्यमंत्री को बताया कि उनका लगभग सवा लाख से अधिक का कृषि ऋण माफ हुआ है। उन्होंने भी 3 एकड़ में उत्पादित धान बेचा है और राशि मिलने से पत्नी के लिए साड़ी खरीदा है एवं सिंचाई के लिए बोर भी खुदवाया है। ग्राम जगमहन की पूजा खरे ने बताया कि उनका गरीबी रेखा का राशन कार्ड बन जाने से उसके बेटे का एडमिशन स्वामी आत्मानन्द शासकीय अंग्रेजी विद्यालय में हुआ है। उन्हें समय पर 35 किलो चावल, शक्कर, नमक भी मिल जाता है।
ग्राम बुंदेली के किसान संजय कुमार गबेल ने गोबर खरीदी के लिए उन्होंने पंजीयन कराया है। अब तक 635 क्विंटल 35 किलो गोबर बेच चुका है। जिससे 1 लाख 26 हजार 670 रूपये की आमदनी हुई है। उन्होंने बताया कि गोधन न्याय योजना से बहुत लाभ मिल रहा है। पशुपालक संजय कुमार ने यह भी बताया कि वह केंचुआ खाद बनाता है। अब तक 40 हजार रुपए का केंचुआ खाद बेच चुके है। इसी तरह नेपियर घास बेचने से 63 हजार रुपए आमदनी हुई है। फसल परिवर्तन कार्यक्रम के तहत आम, पपीता, केला जैसे फसल लगाने में उद्यानिकी विभाग का सहयोग मिल रहा है। ग्राम किरारी की हेमलता लहरे ने मुख्यमंत्री को बताया कि 3 साल से उनका समूह गोठान से जुड़ा हुआ है और 167 क्विंटल वर्मी खाद बेचकर 60 हजार रुपये आय अर्जित की है। हेमलता ने बताया कि अपनी कमाई से उन्होंने पायल खरीदा है। उन्होंने मुर्गीपालन और सामूहिक खेती करने की बात भी कही। ग्राम सोनादुला के मनहरण लाल ने मुख्यमंत्री को राजीव गाँधी भूमिहीन मजदूर न्याय योजना अंतर्गत 17 अक्टूबर को तीसरी किश्त 2 हजार मिलने की जानकारी दी। बाराद्वार के गोलू बरेठ ने मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना से गाँव के लोगों का निरंतर बीमारियों से उपचार होने की जानकारी दी।
मालखरौदा के स्वामी आत्मानन्द विद्यालय के छात्र संदीप खूंटे और छात्रा युक्ति महिलांग ने स्वामी आत्मानन्द विद्यालय के माध्यम से बेहतर शिक्षा मिलने, कम फीस में एडमिशन, लैब और लाइब्रेरी की बढिया सुविधाएं मिलने पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। ग्राम मोहतरा के संतोष महंत ने बताया कि राजीव युवा मितान क्लब के सदस्य है और छतीसगढ़िया ओलंपिक के माध्यम से स्थानीय खेलकूद फुगड़ी, गिल्ली डंडा, भौरा, बिल्लास, कबड्डी, खो-खो तथा अन्य खेलकूद होने से गांव के प्रतिभागियों को आगे बढ़ने की बात बताई।