अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर अदाणी फाउंडेशन ने रखा महिलाओं के कौशल विकास का लक्ष्य

अंबिकापुर । जिले के उदयपुर ब्लॉक में अदाणी फाउंडेशन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य और उद्देश्य के साथ ग्राम साल्ही में स्थित कौशल विकास केंद्र में महिला दिवस मनाया गया। इस अवसर पर राजस्थान राज्य विद्युत के परसा ईस्ट और कांता बासन कोयला खदान के पास के 14 ग्रामों से आयी हुईं स्थानीय आदिवासी महिलाएं काफी उत्साहित थी। लेकिन इनका उत्साह तब दो गुना हो गया, जब इन्हें सशक्त बनाने के लिए अदाणी फाउंडेशन द्वारा अदाणी कौशल विकास के पाठ्यक्रमों में कुल 101 महिलाओं को नामांकित करने की घोषणा की गई। इसके तहत इन्हें सिलाई मशीन ऑपरेशन, असिस्टेंट इलेक्ट्रीशियन और डोमेस्टिक डेटा एंट्री ऑपरेशन जैसे पाठ्यक्रम में प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य महिलाओं के कौशल को बढ़ाना और उनके रोजगार के अवसरों को सुविधाजनक बनाना है। महिला सशक्तिकरण के प्रति उनके समर्पण के प्रतीक के रूप में, केंद्र ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर इन पाठ्यक्रमों में केवल 1 रुपये के मामूली शुल्क पर प्रवेश देने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन से हुई, जो ज्ञान और सशक्तिकरण का प्रतीक है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्रीमती वंदना पांडे, प्राचार्य गवर्नमेंट कॉलेज अपनी टीम के साथ शामिल हुई। साथ ही अदाणी इंटरप्राइजेज से श्री आर.एस. दुबे, सुरक्षा प्रमुख, और अदाणी विद्या मंदिर के प्राचार्य श्री दिलीप पांडे भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में मेहमानों ने समाज में लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने में शिक्षा और कौशल विकास की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर देते हुए अपने दृष्टिकोण साझा किये।
पीईकेबी खदान कंपनी के सामाजिक सरोकारों और विकास कार्यों ने आदिवासियों का दिल जीता है। कंपनी शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, बुनियादी ढांचा विकास और कौशल विकास सहित सभी क्षेत्रों में मदद कर रही है। वहीं 900 से अधिक आदिवासी बच्चों को केन्द्रीय शिक्षा मण्डल की अंग्रेजी माध्यम में गुणवत्ता युक्त निःशुल्क शिक्षा सहित पौष्टिक भोजन, गणवेश, किताब, कॉपी, स्कूल बैग इत्यादि भी प्रदान कर रहा है।

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