पूर्व विधायक अनिता योगेन्द्र शर्मा के द्वारा गुरु घासीदास जयंती समारोह में शामिल होकर क्षेत्रवासियों की खुशहाली के लिए मांगा आशीर्वाद

रायपुर । पूर्व विधायक अनिता योगेन्द्र शर्मा के द्वारा आज 18 दिसम्बर बाबा गुरू घासीदास जयंती के अवसर में ग्राम पंचायत टेकारी,मांढर कॉलोनी,दोदेखुर्द साकरा,लालपुर,जोरा,सिलयारी में आयोजित गुरू घासीदास जयंती समारोह में शामिल होकर आशीर्वाद लिया। इस अवसर में पूर्व विधायक अनिता योगेन्द्र शर्मा ने कहा मानव जाति के उत्थान में परम पूज्य बाबा गुरू घासीदास जी का जीवन अनुकरणीय है हम सभी को उनके बताए ’मनखे-मनखे एक समान’ के संदेश को जीवन में उतारने की जरूरत है और सत्य के रास्ते में चलकर मानवता के हित में काम करना चाहिए…

पं.धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी राजधानी में 23 से 27 जनवरी तक भगवान हनुमान जी की कथा सुनाएंगे

रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक बार फिर से पंडित श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी भगवान हनुमान की कथा सुनाएंगे। इस दौरान स्व. श्री पुरुषोतम अग्रवाल फाउंडेशन के द्वारा कन्याओं का सामूहिक विवाह कराया जाएगा। एक्स आर्मी फाउडेशन के द्वारा 22 शहीद जवानों के परिजनों का भी सम्मान किया जाएगा। 22 जनवरी को जहां अयोध्या में भगवान श्रीराम की स्थापना होगी वहीं छत्तीसगढ़ में बड़ी धूमधाम से भगवान का जन्मोत्सव मनाया जाएगा और गुढिय़ारी के शुक्रवारी बाजार में स्थित हनुमान मंदिर में भगवान राम, सीता, लक्ष्मण के साथ राम…

अदाणी कौशल विकास केंद्र जामुल ने मनाया सफलता का जश्न: 34 प्रशिक्षुओं को मिले रोजगार के आकर्षक अवसर

जामुल : अदाणी कौशल विकास केंद्र,जामुल क्षेत्र के युवाओं के लिए एक मील का पत्थर साबित हो रहा हैं। एसीसी जामुल में सामाजिक सहभागिता के अंतर्गत चलाए जा रहे कौशल विकास के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण ले रहे प्रशिक्षुओं को उनके सफल प्रशिक्षण के बाद देशभर की कंपनियों से नौकरी की पेशकश मिलने लगी हैं। इसी शृंखला में एक उल्लेखनीय उपलब्धि के तहत् अदाणी कौशल विकास केंद्र के जामुल केंद्र में प्रशिक्षण ले रहे 34 प्रशिक्षुओं को बेंगलुरु की दो कंपनियों से नौकरी के ऑफर मिले हैं। एएसडीसी में चलाए…

एकाउटिंग फील्ड में टैली साफ्टवेयर की महत्वपूर्ण भूमिका

रायपुर । छात्रों और प्रशिक्षणार्थियों को टैलीगुरू मनोज चावला ने एकाउंटिंग फील्ड में टैली साफ्टवेयर की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में अपने अनुभव साझा किये। कोर्स की बारिकियों और इससे जुडक़र अपने कैरियर को विस्तार देने के बारे में बताया। छात्रों और प्रशिक्षणार्थियों ने अपनी जिज्ञासा और झिझक टेलीगुरू के सामने रखे ओर इन्होंने इनका निदान किया। टैली सीखना उन लोगों के लिए और भी जरूरी हो जाता है, जो अपनी आगे की पढ़ाई को धन के अभाव में, दूरी के कारण या अन्य कारण से नहीं कर पाते हैं…