रायपुर। राजधानी रायपुर के कोटा शमशान घाट में समिति सदस्यों के द्वारा विगत 30 वर्षों से अगनू निषाद उर्फ(अगनू बाबा) को वहां से मारपीट कर निकाल दिए जाने के बाद गरीब परिवार बाहर में रहकर अपना जीवन यापन कर रहे है जिसमें समिति के सदस्यों के द्वारा शमशान घाट परिसर में वॉल पेंटिंग एवं पोस्टर के माध्यम से उनकी छवि खराब की जा रही है जिससे परिवार को बहुत ही आहत हो रहा है। इसकी शिकायत परिवार के द्वारा पुलिस प्रशासन एवं पुलिस अधीक्षक से मिलकर कर चुके है।
उल्लेखनीय है कि विगत 30 वर्षों से शमशान घाट परिसर में रहकर यहां की देखभाल कर रहे थे।
जिन्हें अब समिति के सदस्यों के द्वारा बिना कोई सूचना या कोई कारण बताएं मारपीट कर परिसर से निकालने की बार-बार धमकी दी जिससे बाद परिवार ने लिखित रूप से अपना कार्यकाल समाप्त कर लिया।