रायपुर। पुरंदर भैया तो चुनाव निर्विरोध जीतने वाले हैं, ऐसी चर्चा इन दिनों रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के चौराहे और गलियों में लगातार गूंज रही है। हालांकि, फिलहाल यह सिर्फ चुनावी चटखारे का ही एक हिस्सा है। इस तरह की चर्चा का कारण यह है कि रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के लिए कांग्रेस ने अभी तक अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है जबकि इससे पहले के चुनावों में हर बार सीधी टक्कर भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशी के बीच ही रही है।
बहरहाल, रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र में इस बार काफी कुछ नया चल रहा है। जितने लोग उतनी बातें और जैसा मौहाल वैसा ही मूड की तर्ज पर बातें तरह-तरह की हो रही हैं। विधानसभा चुनाव में खासकर रायपुर उत्तर सीट को लेकर हर किसी का अपना-अपना गणित हैं, लेकिन इस गणित में सबसे ज्यादा नंबर भाजपा प्रत्याशी पुरंदर मिश्रा को ही मिल रहे हैं। वह इसलिए कि वर्तमान में भाजपा प्रत्याशी पुरंदर मिश्रा, उनके समर्थक और भाजपा कार्यकर्ताओं की ही चहलकदमी है। कांग्रेस ने अबतक अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है।
रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी प्रत्याशी पुरंदर मिश्रा ने शुक्रवार को भी क्षेत्र का सघन दौरान किया। इस दौरान उन्होंने लोगों से अपनेपन के साथ मुलाकात की और भारी बहुमत से विजयी बनाने लिए लोगों से आशीर्वाद मांगा। इस तरह श्री मिश्रा आगे महात्मा गांधी वार्ड में पार्षद प्रमोद साहू की अगुवाई में आयोजित कार्यकर्ताओं की बैठक, जवाहर नगर मंडल, हेमू कालाणी वार्ड व राजीव गांधी वार्ड में हुई बैठक में शामिल हुए। इसके अलावा उन्होंने भागवत महिला मंडल के सदस्यों से मुलाकात की।
बात दरअसल ऐसी है…
शहर के शंकर नगर चौक के पास 10-20 युवाओं की मंडली से सामना हुआ। इस मंडली के लोग यहां पर रायपुर उत्तर विधानसभा सीट को लेकर चर्चा कर रहे थे। चर्चा का मजमून यही था कि, पुरंदर भैया तो यह चुनाव निर्विरोध जीतने वाले हैं…! क्यों और कैसे के सवाल पर मंडली में शामिल सुनील चैनानी ने कहा, ये तो होना ही है। कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी की घोषणा करने में काफी देर लगा दी है जिसका पूरा फायदा भाजपा प्रत्याशी को ही मिलता दिख रहा है। तभी मंडली से ही एक और आवाज आती है, पुरंदर भैया…पुरंदर भैया…। नजर टकराने पर वह युवक खिलखिलाती हुई मुद्रा में कहता है, सर…यह चुनाव तो पुरंदर भैया निर्विरोध जीत रहे हैं। कैसे के सवाल पर उसने कहा, बात दरअसल ऐसी है कि, कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा अब तक नहीं हुई है। उनके कार्यकर्ता भी काफी समय अपने प्रत्याशी की प्रतीक्षा कर रहे हैं। जबकि भाजपा प्रत्याशी का धुआंधार जनसंपर्क चल रहा है। भाजपा को अपनी तैयारी के लिए काफी मौका जो मिल गया है।