रायपुर। आमजन की वेदना को प्रकट करते हुये रायपुर पश्चिम से विकास उपाध्याय ने कांग्रेस के साथियों के साथ अप्रत्याशित रूप से बढ़ी सब्ज़िया और अन्य खाद्य सामग्रियों की कीमतों के चलते टमाटर, मिर्ची को चावल और रोटी के साथ महसूस कर खाया।
इस प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस की महिलाओं द्वारा चूल्हा चौकी पर खाना पकाया गया, आज माताएं-बहने गैस चूल्हा में खाना बनाना छोड़, लकड़ी के चूल्हे में खाना बना रही है क्योंकि गैस के सिलेंडर को रिफिल कराने का पैसा नही है उज्ज्वला योजना के नाम पर लोगो को बेवकूफ़ बनाया गया और एक भी बार सब्सिडी नही मिली जिसे इस प्रदर्शन में काँग्रेसी महिलाओ ने दर्शाया है, वही विकास उपाध्याय और तमाम कांग्रेसियो ने बढ़ती महंगाई में भोजन को महसूस कर खाते हुये जनता की सच्चाई को प्रदर्शन के साथ बयान किया।
इस दौरान एआईसीसी सचिव व विधायक विकास उपाध्याय ने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ जोरदार प्रहार करते हुऐ कहा कि आज टमाटर 100रु से 150रु किलो, अदरक 250रु, धनिया 200रु किलो, मिर्ची 100रु किलो, शिमला मिर्च 120रु किलो, लहसुन 150रु किलो, भिंडी 80रु, करेला 80रु, परवर 80रु, गाजर 80रु है इस बढ़ी हुई महँगाई में आम जनता का बुरा हाल है ग़रीब लोग तो भूखमरी में जीने को मजबूर हैं लोगो के पास खाने को चावल तो है, पर सब्ज़ी और दाल के लिये पैसा नही है, और तो और टमाटर जिसका उपयोग हमारे देश की महिलाए हर सब्ज़ी बनाते वक्त करती है उस टमाटर का दाम तो इतना अधिक है की लोग उसे सिर्फ़ देख कर ही महसूस कर रहे हैं महंगा होने के कारण टमाटर को खरीद कर खा नही पा रहे हैं। आज घरेलू गैस के दामो में वृद्धि के चलते गैस सिलेंडर होने के बावजूद महिलाए चूल्हा जलाने पर मजबूर हैं। आज दैनिक जीवन की वस्तुएं यूपीए के ज़माने से तिगुने चौगुने दामो पर मिल रही है, कच्चे तेल का दाम अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कम फिर भी भारत मे पेट्रोल डीजल का दाम बढ़ा हुआ है। आपको याद होगा कि 400रु सिलेंडर मिलने और सब्जियों के 1 से 2 रु के दामो में वृद्धि होने पर सिलेंडर सर पर उठा कर घूमने वाले भाजपा के लोग आज इस महंगाई पर आँख मूंदे पड़े है, चंद उद्योगपतियों को फायदा पहुँचाने के लिये आज जनता के पेट पर प्रहार ये भाजपा में ही मुमकिन है, खाद्य वस्तुओ की जमाखोरी और कालाबाजारी की जा रही है, आज इस प्रदर्शन के माध्यम हमने आमजन की वेदना को प्रकट कर सच्चाई बयान कर रहे हैं, जिस प्रकार 15-15 लाख को सभी ने बैंक एकाउंट में महसूस किया उसी प्रकार से टमाटर धनिया मिर्ची को हम महसूस कर रहे हैं क्योंकि हमारे पास इसे लेने की ताक़त नही है।