छत्तीसगढ़ में पर्यटन की अपार संभावनाएं, लगातार किया जा रहा है विकास कार्यः पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू

रायपुर । छत्तीसगढ में राम वन गमन पथ के चिन्हित 09 स्थानों के विकास कार्यों के लिए 137.45 करोड़ रूपए की कार्ययोजना बनाई गई है, जिसमें चंदखुरी एवं शिवरीनारायण में कार्यपूर्ण हो चुका है। शीघ्र ही राजिम और सीतामणी हरचौका का लोकार्पण किया जाएगा। इन स्थलों पर विकास कार्य अंतिम चरण पर हैं। इसके साथ ही प्रशाद योजना के अंतर्गत 43.33 करोड़ रूपए लागत से माँ बम्लेश्वरी मंदिर का विकास एवं डोंगरगढ़ परियोजना के अंतर्गत चल रहे विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।
धर्मस्व, धार्मिक न्यास एवं पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने आज अपने निवास कार्यालय में विभागों की समीक्षा बैठक ली है । उक्त जानकारी समीक्षा बैठक में विभागीय अधिकारियों ने उपलब्ध कराई है । बैठक में श्री साहू ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि धर्मस्व, धार्मिक न्यास एवं पर्यटन से संबंधित कार्य समय पर पूर्ण होने चाहिए और पर्यटकों को बेहतर सुविधा मिलनी चाहिए।
पर्यटन मंत्री श्री साहू ने कहा है कि स्वदेश दर्शन योजना के तहत् ट्रायबल टूरिज्म सर्किट परियोजना में राशि 94.23 करोड़ रूपए की लागत से 13 डेस्टिनेशन्स को इको पर्यटन एवं एथनिक पर्यटन की थीम पर विकसित किया गया है। इसके साथ ही वाटर टूरिज्म अंतर्गत हसदेव बांगो डेम के सतरेंगा में वाटर स्पोर्ट्स पर आधारित पर्यटन केन्द्र का विकास किया गया है। इसके लिए नए वाटर क्रुस एवं बोट की खरीदी की जा रही है, जिससे पर्यटक वाटर स्पोर्ट्स का आनंद उठा सकेंगे।
श्री साहू ने कहा कि दामाखेड़ा में पर्यटन विकास एवं सौंदर्यीकरण की 22.43 करोड़ रूपए की योजना स्वीकृत की गई है और शीघ्र ही इसका कार्य आदेश जारी किया जाएगा। श्री साहू ने कहा कि प्रदेश में हॉस्पिटेलिटी के क्षेत्र में युवाओं को शिक्षित करने एवं रोजगार के अवसर प्रदाय करने हेतु स्टेट हॉटल मैनेजमेंट संस्थान प्रारंभ किया गया है और छत्तीसगढञ में पर्यटकों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए छत्तीसगढ़ टूरिज्म बोर्ड की इकाईयों को 30 वर्ष की लीज पर देने हेतु कार्यवाही की जा रही है। अभी तक 26 इकाईयों हेतु निविदा आमंत्रित की गई है।
पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने समीक्षा बैठक में कहा है कि चंदखुरी माता कौशल्या मंदिर के लिए लगभग 35 करोड़ की लागत से विकास कार्य किये गये हैं तथा आने वाले समय में उसके आस-पास 05 एकड़ जमीन लेकर उसे यूनिफार्मली डेवलप किया जाएगा, जिससे लोगों को रोजगार मिलेगा एवं व्यापार करने हेतु सहायता प्राप्त होगी। श्री साहू ने धर्मस्व विभाग के सचिव को निर्देशित किया है कि पटवारी एवं ग्राम सचिवों के माध्यम से उनके क्षेत्रों के मंदिरों एवं धार्मिक स्थलों की जानकारी मंगवा ली जाए, जिससे मंदिर जीर्णोद्धार के कार्यों में तेजी लाया जा सके।
समीक्षा बैठक में संसदीय सचिव श्री विकास उपाध्याय, संसदीय सचिव श्री चिंतामणि सिंह, पर्यटन विभाग के सचिव श्री अनबलगन पी के साथ विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।

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