रायपुर 10 अगस्त 2022 ।बारिश के मौसम में बच्चों में सर्दी, खांसी, जुकाम, डायरिया और चर्म रोग जैसी बीमारियां होने का सबसे ज्यादा खतरा रहता है । पानी में भीगने पर बुखार, सिरदर्द, और कभी कभी कब्ज, भूख न लगने की शिकायत भी बच्चों में हो जाती है । इसके अलावा बारिश के दिनों में डेंगू, मलेरिया के भी मामले सामने आते हैं ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.मीरा बघेल कहती है बारिश के मौसम में बच्चों सबसे ज्यादा बीमार पड़ जाते हैं| फ्लू, वायरल फीवर, डायरिया, टाइफाइड, हेपेटाइटिस, जॉन्डिस (पीलिया) शरीर में दर्द की समस्या सामने आती हैं । बरसात कई तरह की बीमारियां भी साथ लेकर आती है। इसीलिए बच्चों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है। बच्चों को बरसात के रुके हुए पानी में खेलने और रिमझिम बूंदों में भीगने से रोकना चाहिए क्योंकि यह मौसम बच्चों को बीमारी की ओर धकेल देता हैं ।
उन्होंने कहा बच्चे जब भी बाहर खेलने जाए तो उन्हें पूरी आस्तीन के कपड़े पहना कर ही खेलने जाने दें । बच्चों को समझाएं कि जमा हुए पानी में न जाए इससे चर्म रोग का खतरा हो सकता है । बरसात के दिनों में इनडोर (घर के अंदर) खेल खेलने के लिए प्रेरित करें । मक्खी और मच्छर से बचने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें । घर में स्वच्छ वातावरण रखें, नियमित रूप से फिनाइल का दिन में दो बार पोछा लगाएं । जब भी घर से बाहर निकलें छाता या रेनकोट साथ ले जाना न भूलें। विशेष रूप से बहारी खाना खाने से बचें और बच्चों को भी रोकें ।
बारिश में भीग गए हैं तो घर आते ही तुरंत गीले कपड़े बदलें, पूरे शरीर को अच्छे से पोंछ कर सूखे कपड़े पहनें, बरसात के दिनों में जब भी धूप निकले, बिस्तर को धूप में डालें, इससे नमी के कारण उसमें पैदा होने वाले कीटाणु मर जाएंगे बिस्तर में बदबू भी नहीं आएगी। भीगे जूते, चप्पल सैंडल आदि न पहने । ऐसे साधारण जूते, चप्पल, या सैंडल ही पहनें जो जल्दी ही सूख जाए । जल्दी सूखने वाले कपड़ों का चयन करें।
पानी की शुद्धता से समझौता न करें और हमेशा शुद्ध पानी का ही प्रयोग करें । यह भी बेहतर होगा के पानी को उबाल कर पीएं । अगर बच्चे में सर्दी, खांसी,जुकाम, उल्टी-दस्त, चर्म रोग, सिरदर्द, बुखार, जी मिचलाना,कब्ज, या भूख न लगना जैसे कोई भी लक्षण दिखाई तो तुरंत नजदीकी शासकीय स्वास्थ्य केंद्र में जा कर जांच अवश्य कराएं ।
*मच्छर मक्खी जनित रोगों से बचाने के लिए यह करें*
घर में और आसपास कूलर, एसी, गमलों और टायर आदि में पानी जमा न होने दें| पानी की टंकियों को सही तरीके से ढककर रखें, और नियमित साफ साफई करें । खिड़की दरवाजों में जाली लगवाएं, मच्छर मक्खी के आने वाले रास्ते बंद रखें । एक मच्छर भी आपको मरीज बना सकता है । इसलिए मच्छर को मारने में देरी ना करें । अगर लगातार बुखार आ रहा हो और डेंगू, मलेरिया के लक्षण दिख रहे हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।