भाव्या फाउंडेशन का सम्मान समारोह जयपुर में संपन्न हुआ

रायपुर। अंतर्राष्ट्रीय मैत्री सम्मलेन और राष्ट्र गौरव अवार्ड -2022 में देश, विदेश और प्रदेश की 200 प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया जिनमे निशक्त जन, कैंसर पीड़ित और आटिज्म वर्रिएर्स और बाल बसेरा गृह के बच्चों को भी सम्मानित किया गया, इस प्रोग्राम में 11 देशों के अवार्डीज़ शामिल हुए।
भाव्या फाउंडेशन और भव्या इंटरनेशनल के तत्वाधान में कैंसर पीड़ितों और शारीरिक रूप से अक्षम और आटिज्म वर्रिएर्स बच्चों लोगों की सहायतार्थ आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मैत्री सम्मलेन और राष्ट्र गौरव अवार्ड -2022 सम्मान समारोह अखिल भारतीय खंडेलवाल वैश्य ऑडिटोरियम – शास्त्री नगर जयपुर राजस्थान में संपन्न हुआ, जिसमें देश, विदेश और प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में विशेष मुकाम हासिल करने वाले 200 प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रख्यात समाजसेवी और पत्रकार श्री पवन कपूर जी दिल्ली और डॉ. परिन सोमानी – लंदन यूनाइटेड किंगडम से थे।
समारोह में साहित्य,पत्रकारिता, समाज सेवा, शिक्षा, कला, ज्योतिष, उद्यम, कृषि ,फिल्म ,फैशन, ज्योतिष व अन्य क्षेत्र में अपने मन, लगन और हिम्मत से विशेष मुकाम हासिल करने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया जिसमें छत्तीसगढ़ से डॉ भारती अग्रवाल, प्राचार्य हाई स्कूल गोड़पारा अभनपुर जिला रायपुर को उनके द्वारा किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों के कारण जैसे पर्यावरण संरक्षण के लिए भारती अपने साथ गैती , खुरपी 15 लीटर पानी और पौधे लेकर चलती है उनको आते जाते जहाँ भी लगता है कि इस जगह पर कुछ पौधों की अत्यंत आवश्यकता है तो वहां रुक कर पौधा रोपण करती है, ग्रीन आर्मी chhatisgarh ke साथ मिलकर अनेकों स्थानों में पौधा रोपण कर चुकी है और निरन्तर जारी है। सामन्य आवश्यकता वाले बच्चों और विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए इनकी ममता ( स्नेह और प्यार ) मे कोई अंतर नहीं आता .दोनों वर्ग के बच्चों को माँ की तरह ध्यान रखती है। एक दिव्यांग बच्ची को कोरोना काल में एंड्रायड मोबाइल देकर उसे ऑनलाइन पढाई से जोड़कर रखा वहीं जिन बच्चों को ऑनलाइन पढाई का लाभ नहीं मिल पा रहा था उनके लिए 5 गांव में जनप्रतिनिधियों के सहयोग से ऑफ लाइन क्लास शुरू कराकर बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखा। दिव्यांग बच्ची को गोद ले लिया है उसकी शिक्षा स्वास्थ्य संबंधित आवश्यकताओं का पूरा ध्यान रखती है. भारती के स्कूल से 12th पासआउट बच्चोंको मोहल्लाक्लास के लिए शिक्षकमित्र के लिए प्रेरित किया था और इन सारे शिक्षकमित्रों की जिन्होंने कोरोना काल की विषम परिस्थितियों में मेरे एक आह्वान पर सहयोग किया था in सबकी आगे की पढ़ाई का खर्च का भार
बढव संगवारी नामक संस्था जिसकी मैं सदस्य हूँ के द्वारा उठाया जा रहा है. यही नहीं किसी भी तरह के नशे में चाहे बीड़ी, सिगरेट, तंबाखू, दारू,सूंघने का नशा या आज का सबसे बड़ा नशा मोबाइल में लिप्त होकर पढ़ाई से विमुख हो रहे होते हैं उन बच्चों की काउंसलिंग भी करती हैं आवश्यकतानुसार पालकों की भी काउंसलिंग करती हैं और बच्चों को पढ़ाई से जोड़ने में सफ़ल भी होती है। छत्तीसगढ़ हेल्थ वेलफेयर सोसायटी की सक्रिय सदस्य के रूप मे कल्याणकारी कार्य में आवश्यकता नुसार श्रम और आर्थिक सहयोग प्रदान करती हैं।
अन्य दिव्यांग और समान्य बच्चों बच्चों की भी आवश्यकताओं का ध्यान रखती है किसी का प्रमाणपत्र बनवाना हो या कोई और चीज़ की आवश्यकता हो डॉ भारती पूरा सहयोग करती है, किसी को कॉपी , पुस्तक, बैग , फीस की आवश्यकता हो तो भी सहयोग करती है। ट्रैन में प्लेटफॉर्म में बस स्टेंड में या रास्ते मे जहां भी मुझे आते जाते केले के छिलके दिखाई देते हैं मैं तुरन्त उठाकर डस्टबीन में या उचित जगह में डालती हूँ, मुझे इस बात की परवाह नहीं होती कि मेरे साथी मुझ पर हँस रहे हैं जब लोकल ट्रेन में सफर किया करती थी तो शौचालय से आ रही बदबू से सभी नाक में कपड़ा ठूँस कर एक दूसरे को कोसते बैठे रहते थे पर भारती को तो इसी बीच नाश्ता करना होता था तो वह उठकर जाती थी और ढेर सारा पानी डालकर बदबू को दूर करके आती थी और अपने साथ-साथ सभी के सफर को सुखद बनाती थी।
डॉ भारती प्राचार्य हैं पर स्कूल के बच्चे बिना डरे, बेझिझक उनके सामने अपनी समस्याओं को रख समाधान पाते है। जब भी समय मिलता है बच्चो का एक न एक ग्रुप आकर चर्चा करने लगते हैं।
कोरोना काल से टीचर्स और बच्चों के साथ ऑनलाइन योगा कराकर स्वास्थ्य लाभ का भी प्रचार प्रसार कर रहीं है।
इस तरह के कल्याणकारी कार्यो के कारण डॉ भारती अग्रवाल को भाव्या फाउंडेशन जयपुर राजस्थान के द्वारा अन्तराष्ट्रीय मैत्री सम्मेलन राष्ट्र गौरव अवार्ड से सम्मानित किया गया है।

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