मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ पुलिस हर तरह की चुनौती से निपटने में सक्षम है और उनकी सरकार राज्य के प्रत्येक नागरिक को सुरक्षित वातावरण देने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज चंदखुरी स्थित नेताजी सुभाषचंद्र बोस पुलिस एकेडमी में प्रशिक्षु उप पुलिस अधीक्षकों के दीक्षांत समारोह में सम्मिलित हुए। चंदखुरी में दसवें बैच के 33 और ग्यारहवें बैच के 9 प्रशिक्षु उप पुलिस अधीक्षकों ने पासिंग आउट परेड में हिस्सा लिया। शुक्रवार को सुबह 9.30 बजे मुख्यमंत्री श्री बघेल दीक्षांत समारोह मे शामिल हुए, इसके बाद परेड ने मुख्यमंत्री को सलामी दी। सलामी के बाद मुख्यमंत्री श्री बघेल ने परेड का निरीक्षण किया और प्रशिक्षार्थियों को शपथ ग्रहण कराया। दीक्षांत परेड समारोह में गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय विकास मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया और छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा भी सम्मिलित हुए। परेड के मार्च पास्ट के बाद महानिदेशक, पुलिस अकादमी श्री डी एम अवस्थी ने इस अवसर पर स्वागत भाषण दिया और प्रतिवेदन का वाचन किया।
दीक्षांत परेड समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य आज तेजी से विकसित हो रहे राज्य के रूप में अपनी पहचान बनाता जा रहा है। राज्य में जितनी संभावनाएं हैं, उतनी चुनौतियां भी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास के साथ-साथ समाज को एक मजबूत सुरक्षा-कवच की भी जरूरत होती है, राज्य के अनेक क्षेत्रों में विकास और सुरक्षा के इंतजामों में तालमेल बिठाना भी एक चुनौती रही है, लेकिन हमारी सरकार ने सदैव ऐसी चुनौतियों को स्वीकार किया है। श्री बघेल ने कहा कि हम राज्य के प्रत्येक नागरिक को एक ऐसा सुरक्षित वातावरण देने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसमें वह भयमुक्त होकर अपना जीवन-यापन कर सके। उनके भीतर एक आत्मविश्वास पैदा हो और वे समाज विरोधी हर गतिविधि का खुलकर प्रतिकार कर सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले तीन वर्षों के दौरान हमें इस दिशा में भी लगातार सफलता मिली है।
दीक्षांत परेड समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने राज्य की सुरक्षा की चर्चा करते हुए कहा कि सरगुजा से लेकर सुकमा तक राज्य में सुरक्षा के एक नये वातावरण का निर्माण हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा मानना है कि हमारा पुलिस तंत्र हर तरह की चुनौती से निपटने के लिए पूर्णतः सक्षम हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्रीने दीक्षांत ले रहे प्रशिक्षु अधिकारियों को ये संदेश दिया कि वो भी इस तंत्र में भागीदारी और आने वाली जिम्मेदारी के लिए स्वयं को तैयार कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु उप पुलिस अधीक्षकों से कहा कि आपका आत्मविश्वास, आपकी कार्यप्रणाली, आपका शौर्य, आपका साहस, आपकी निष्ठा और समर्पण, राज्य की जनता को वह सब कुछ देगा जिसकी वह आपसे अपेक्षा करती है, आप जवान हैं, ऊर्जावान हैं,आप में नया करने की इच्छाशक्ति है।
दीक्षांत परेड समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री
दीक्षांत समारोह के मौके पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ये भी कहा कि पुलिस और चिकित्सक को लोग संकट के समय याद करते हैं। तकलीफ चाहे शारीरिक हो या मानसिक हो,वे समाधान आपसे चाहते हैं। ऐसी मनःस्थिति के नागरिक के प्रति सद्भावना के दो शब्द, अच्छा व्यवहार एवं समाधानपूर्ण नजरिया उस पीड़ित व्यक्ति की समस्या का पचास प्रतिशत समाधान यूं ही कर देता है। यही उस पीड़ित व्यक्ति की आपसे अपेक्षा रहती है। प्रशिक्षु अधिकारियों से मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महत्वपूर्ण अवसर पर मैं आपसे यह अपेक्षा अवश्य करूंगा कि आज आप यहां से यह संकल्प लेकर जाएं कि राज्य की जनता की सेवा करते हुए आप एक अच्छे पुलिस अधिकारी के रूप में अपनी पहचान बनाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशिक्षण् एक सतत् चलने वाली प्रक्रिया है। आपने मूलभूत प्रशिक्षण इस अकादमी में प्राप्त किया हैं और इस प्रशिक्षण के बाद भी प्रतिदिन आप कुछ न कुछ नया सीखेंगे। मुख्यमंत्री ने ये विश्वास दिलाया कि राज्य सरकार का यह प्रयास है कि प्रशिक्षण के स्तर को और भी बेहतर किया जाएगा तथा इसके लिये जो संसाधन और मैन पावर की आवश्यकता होगी उसे निश्चित ही अकादमी को दिलाने का प्रयास किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने दीक्षांत समारोह के अवसर पर सभी पुलिस अधिकारियों को शुभकामनायें देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
इस मौके पर प्रदेश के गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने प्रशिक्षार्थियों को संदेश देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की पुलिस और आर दीक्षांत समारोह में शामिल सभी पुलिस अधिकारी नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं। गृहमंत्री ने कहा कि समाज के हर तबके को पुलिस की आवश्यकता
है और पुलिस भी ये बात जानती है। गृहमंत्री ने कहा कि पुलिस बिना अवकाश के दिन रात काम पर लगी रहती है । गृहमंत्री ने प्रदेश के पुलिस अधिकारियों की तारीफ करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के दौर में मूलभूत प्रशिक्षण न होने के बाद भी आप सभी ने कठिन जिम्मेदारी उठाई है।