पहली आदिवासी महिला का राष्ट्रपति बनना गर्व की बातः जय प्रकाश पांडे

रायपुर । देश की प्रथम महिला आदिवासी राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू चुनी गई हैं इसको लेकर शहीद मंगल पांडे सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जय प्रकाश पांडे ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहां की यह देश के गौरव का विषय है आज देश में चारों ओर खुशियों का माहौल बना हुआ है उनकी जीत तो उनके नाम की घोषणा होते ही लगभग तय हो गई थी देश के चारों ओर से उनको समर्थन मिलना शुरू हो गया था यह देश के लिए एक अच्छा संदेश नजर आता है । उन्होंने कहा कि श्रीमती मुर्मू देश को एक नई ऊंचाइयों में पहुंचायेगी। जिस तरह से उनका जीवन रहा है उन्होंने समाज के लिए और नागरिकों के लिए बहुत कुछ किया है अब वह ऐसे पद में पहुंच गई हैं जहां से उन्हें सविधान के साथ-साथ देश के लोगों की रक्षा करनी है और वह बिल्कुल इसमें सफल रहेंगी वह पहले भी विभिन्न सारे पदों में रहकर देश के लोगों की सेवा कर चुकी है।
उन्होंने कहा किमुर्मू का जन्म 20 जून, 1958 को ओडिशा के मयूरभंज जिले में हुआ था। रायरंगपुर से ही उन्होंने भाजपा की सीढ़ी पर पहला कदम रखा था। वह 1997 में स्थानीय अधिसूचित क्षेत्र परिषद में पार्षद बनी थीं और 2000 से 2004 तक ओडिशा की बीजद-भाजपा गठबंधन सरकार में मंत्री बनीं। वर्ष 2015 में, उन्हें झारखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया और 2021 तक इस पद पर रहीं।
वह संथाली और ओडिया भाषाओं में एक उत्कृष्ट वक्ता हैं। उन्होंने क्षेत्र में सड़कों और बंदरगाहों जैसे बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है।चमक दमक और प्रचार से दूर रहने वाली मुर्मू ब्रह्मकुमारियों की ध्यान तकनीकों की गहन अभ्यासी हैं। उन्होंने गहन अध्यात्म और चिंतन का दामन उस वक्त थामा था, जब उन्होंने 2009 से लेकर 2015 तक की छह वर्षों की अवधि में अपने पति, दो बेटों, मां और भाई को खो दिया था। जीवन में उन्होंने बहुत संघर्ष भी किया है।

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